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स्मार्टफोन और इंटरनेट के दौर में नई-नई एप्स का इस्तेमाल एक फैशन बन चुका है. लेकिन जानिए कुछ ऐसी एप्स के बारे में जो आपके बच्चों के मोबाइल में खतरनाक साबित हो सकती हैं-
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व्हिस्पर
कैसी है एप्लीकेशन: व्हिस्पर अज्ञात लोगों के कथित वास्तविक कबूलनामे पर आधारिक एक सोशल साइट है. इसमें मौजूद कबूलनामे असली हैं या सिर्फ अफवाहें इस पर कुछ भी कहना कठिन है.
समस्या क्या है?: व्हिस्पर भौगोलिक स्थानों को आधार बनाकर यूजर्स के साथ सीक्रेट शेयर करती है. मतलब जो शख़्स आपके सबसे नजदीकी इलाके में मौजूद होगा, उसका सीक्रेट आप जान सकते हैं. साल 2013 में अमेरिका में एक 12 साल की लड़की के साथ रेप की वारदात घटी थी क्योंकि उसने अपने कई सीक्रेट लोकेशन के साथ शेयर किए थे, जिसे अपराधी ने ट्रेस किया था.
कैसी है एप्लीकेशन: व्हिस्पर अज्ञात लोगों के कथित वास्तविक कबूलनामे पर आधारिक एक सोशल साइट है. इसमें मौजूद कबूलनामे असली हैं या सिर्फ अफवाहें इस पर कुछ भी कहना कठिन है.
समस्या क्या है?: व्हिस्पर भौगोलिक स्थानों को आधार बनाकर यूजर्स के साथ सीक्रेट शेयर करती है. मतलब जो शख़्स आपके सबसे नजदीकी इलाके में मौजूद होगा, उसका सीक्रेट आप जान सकते हैं. साल 2013 में अमेरिका में एक 12 साल की लड़की के साथ रेप की वारदात घटी थी क्योंकि उसने अपने कई सीक्रेट लोकेशन के साथ शेयर किए थे, जिसे अपराधी ने ट्रेस किया था.
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टिंडर
कैसी है एप्लीकेशन: ये एक डेटिंग एप है, जिसमें लोग प्रोफाइल के ज़रिए एक दूसरे से जुड़ते हैं और रेटिंग देते हैं. GPS लोकेशन के तहत आप जान सकते हैं कि आपके आसपास इलाके में कौन-सा शख्स मौजूद है. नियम के तहत व्यस्क ही इसके सदस्य बन सकते हैं लेकिन बावजूद इसके नाबालिग को दूर रखने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए.
समस्या क्या है: कोई भी माता-पिता नहीं चाहेगा कि उनके बच्चे किसी अजनबी से मिलें. वो भी महज प्रोफाइल रेटिंग के जरिए. इससे पहले भी टिंडर में साइबर बुलिंग के मामले सामने आए हैं, जिसका कोई भी युवा शिकार हो सकता है.
कैसी है एप्लीकेशन: ये एक डेटिंग एप है, जिसमें लोग प्रोफाइल के ज़रिए एक दूसरे से जुड़ते हैं और रेटिंग देते हैं. GPS लोकेशन के तहत आप जान सकते हैं कि आपके आसपास इलाके में कौन-सा शख्स मौजूद है. नियम के तहत व्यस्क ही इसके सदस्य बन सकते हैं लेकिन बावजूद इसके नाबालिग को दूर रखने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए.
समस्या क्या है: कोई भी माता-पिता नहीं चाहेगा कि उनके बच्चे किसी अजनबी से मिलें. वो भी महज प्रोफाइल रेटिंग के जरिए. इससे पहले भी टिंडर में साइबर बुलिंग के मामले सामने आए हैं, जिसका कोई भी युवा शिकार हो सकता है.
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स्नैपचैट
कैसी है एप्लीकेशन: ये फोटो मैसेजिंग एप है. इसका दावा है कि एक बार मैसेज खुलने के बाद, वो अपने आप डिलीट हो जाता है.
समस्या क्या है: सेक्सटिंग के कारण स्नैपचैट लोगों में ख़ासी पसंद की जा रही है. क्योंकि लोग सोचते हैं कि ये दूसरी एप्लीकेशन की तुलना में ज़्यादा सुरक्षित है. कम ही लोग जानते हैं कि खुद डिलीट होने के बाद भी तस्वीरों को दोबारा हासिल किया जा सकता है या किसी भी फोटो का डिलीट होने से पहले स्क्रीनशॉट लिया जा सकता है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि स्नैपचैट पर शेयर होने वाली तस्वीरें, कई पॉर्न साइट पर फोटो पहुंच रही हैं.
कैसी है एप्लीकेशन: ये फोटो मैसेजिंग एप है. इसका दावा है कि एक बार मैसेज खुलने के बाद, वो अपने आप डिलीट हो जाता है.
समस्या क्या है: सेक्सटिंग के कारण स्नैपचैट लोगों में ख़ासी पसंद की जा रही है. क्योंकि लोग सोचते हैं कि ये दूसरी एप्लीकेशन की तुलना में ज़्यादा सुरक्षित है. कम ही लोग जानते हैं कि खुद डिलीट होने के बाद भी तस्वीरों को दोबारा हासिल किया जा सकता है या किसी भी फोटो का डिलीट होने से पहले स्क्रीनशॉट लिया जा सकता है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि स्नैपचैट पर शेयर होने वाली तस्वीरें, कई पॉर्न साइट पर फोटो पहुंच रही हैं.
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Kik
कैसी है एप्लीकेशन: इस मैसेंजर एप में ऐसी सुविधा मौजूद है कि मां-बाप से चैटिंग को छिपाया जा सकता है.
समस्या क्या है?: मां-बाप की निगरानी के लिए इस एप में कोई सुविधा नहीं है. कोई भी नकली आईडी के जरिए बातचीत कर सकता है. आजकल इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल सेक्सटिंग के लिए सबसे ज़्यादा हो रहा है.
कैसी है एप्लीकेशन: इस मैसेंजर एप में ऐसी सुविधा मौजूद है कि मां-बाप से चैटिंग को छिपाया जा सकता है.
समस्या क्या है?: मां-बाप की निगरानी के लिए इस एप में कोई सुविधा नहीं है. कोई भी नकली आईडी के जरिए बातचीत कर सकता है. आजकल इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल सेक्सटिंग के लिए सबसे ज़्यादा हो रहा है.
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9GAG
कैसी है ऐप्लीकेशन: मेमे और ऑनलाइन पिक्चर के मामले में ये सबसे लोकप्रिय एपहै. 9Gag ऐप अपने फनी मेमे के लिए जानी जाती है लेकिन इसमें मौजूद कुछ खामियां बच्चों के लिए ख़तरनाक हो सकती हैं.
समस्या क्या है?: इस एप के जरिए यूजर्स इस पर किसी भी तरीके की फोटो उपलोड कर सकता है. इस ऐप्लीकेशन के ज़रिए आपत्तिजनक और संवेदनशील तस्वीरों को रोकने के लिए कोई कदम भी नहीं उठाए जाते. यहां ऐसी ऑनलाइन सामग्री भी मौजूद है, जो आप अपने बच्चों को नहीं दिखाना चाहते हैं.
कैसी है ऐप्लीकेशन: मेमे और ऑनलाइन पिक्चर के मामले में ये सबसे लोकप्रिय एपहै. 9Gag ऐप अपने फनी मेमे के लिए जानी जाती है लेकिन इसमें मौजूद कुछ खामियां बच्चों के लिए ख़तरनाक हो सकती हैं.
समस्या क्या है?: इस एप के जरिए यूजर्स इस पर किसी भी तरीके की फोटो उपलोड कर सकता है. इस ऐप्लीकेशन के ज़रिए आपत्तिजनक और संवेदनशील तस्वीरों को रोकने के लिए कोई कदम भी नहीं उठाए जाते. यहां ऐसी ऑनलाइन सामग्री भी मौजूद है, जो आप अपने बच्चों को नहीं दिखाना चाहते हैं.