इंसान का शरीर अपने आप में एक बहुत बड़ी पहेली है. शुक्र है विज्ञान का जिसने कई सवालों के जवाब तो दे दिए हैं, लेकिन अभी भी कई ऐसी भ्रांतियां हैं जिसे दुनिया सच मानती है. इसमें से कई मिथ पीड़ी-दर-पीड़ी हमें ट्रांसफ़र हो जाते हैं. इन्हें हम अपने जीवन में अपना ज़रूर सकते हैं, लेकिन विज्ञान के हिसाब से ये सत्य नहीं हैं. शरीर से जुड़ी कुछ ऐसी ही भ्रांतियों का सच हम आपके सामने ले कर आये हैं.
1. पास से टीवी देखने से आंखें खराब हो जाती हैं
बचपन में कितनी बार ही आपको मम्मी से डांट पड़ी होगी कि ‘इतनी पास से टीवी मत देखो! आंखें ख़राब हो जाएंगी’. मम्मी की चिंता जायज़ है, लेकिन ये सच नहीं है. सिर्फ़ सूर्य और लेज़र बीम से आने वाली रौशनी आपकी आंखों को हानि पहुंचा सकती है. टीवी की रौशनी से ऐसा नहीं होता. हां, वो बात अलग है कि बहुत देर तक पास से टीवी देखने पर आपकी आंखें थक ज़रूर जाएंगी.
2. शरीर का जोड़े चटकना आर्थराइटिस की निशानी है
हम जब भी टेंशन में होते हैं तो अपनी उंगली के जोड़े चटकाने लगते हैं. कई लोग मना भी करते हैं कि ऐसा करने से आर्थराइटिस हो जाएगा. लेकिन नहीं यार, ये आदत बुरी ज़रूर है, लेकिन इससे आर्थराइटिस नहीं होता है. मगर जो लोग लगातार ऐसा करते रहते हैं, उनके हाथ की पकड़ कमज़ोर पड़ जाती है और हाथों में सूजन सी आ जाती है.