अकसर ज्यादा खुशी या गम में लोगों की आंखों से आसू झलकने लगते हैं। शायद आप जानते हों कि इंसानों को जानवरों से अलग करने वाली चीजों में से आंसू प्रमुख चीज़ होते हैं। जी हां केवल इंसान ही भावुक होने पर आंसू बहा सकता है। चोट लगने पर दुखी होने पर या बहुत ज्यादा खुश होने पर भी आंसू आते हैं, लेकिन सवाल है की भला हम क्योंरोते हैं? और हमारे रोने के पीछे का विज्ञान क्या है? यदि नहीं, तो चलिये विस्तार से इस विषय पर बात करते हैं और जानते हैं की रोने के पीछे का विज्ञान क्या है?
तकनीकी रूप से बात करें तो आंसू आंख में होने वाली किसी प्रकार की परेशानी का सूचक होते है। ये आंख को साफ कर शुष्क (ड्राई) होने से बचाते हैं और उसे कीटाणु रहित रखने में मदद करते हैं। आसू आंख की अश्रु नलिकाओं से निकलने वाला तरल वो पदार्थ होते हैं जो पानी और नमक के मिश्रण से बना होता है। लेकिन प्रश्न ये है कि भावुक होने पर आंसू क्यों आते हैं?