कभी आपने गौर किया है कि हर मंत्र में या ज़्यादातर मंत्रों में ‘ऊँ’ का इस्तेमाल होता है. आखिर क्या है इस शब्द में? वैज्ञानिक भी मानते हैं कि ब्रहमांड में ‘ऊँ’ ध्वनि सुनाई देती है. कुछ तो ख़ास है इसमें, जिस कारण इसे इतना पवित्र माना गया है.
इस शब्द की ताकत से कई रोगों को दूर किया जा सकता है. मन की शांति भी इस शब्द के उपयोग से हासिल की जा सकती है. ‘ऊँ’ को कई और रूपों में जाना जाता है, जैसे ‘ओंकार’ या ‘औंकार’.
इस शब्द को लेकर एक बड़ी भ्रांती है कि ये किसी धर्म से ताल्लुक रखता है या इसका भगवान के साथ सीधा नाता है. पुराने समय के भारत में इस शब्द को दवाई की तरह उपयोग किया जाता है. कई तरह की बीमारियों का इलाज इस शब्द में है.