आजकल लोग बाहर का खाना ज़्यादा पसंद करते है. बाहर का खाना ज़्यादा सॉफ सफाई से नही बनाया जाता है जिस वजह से पेट मई कीटाणु पहुच जाते है. संक्रमित भोजया पधर्तो मई, घरो के आसपास गंदगी जमने से, आधे ककचे भोजन का सेवन आदि करने से पेट मई किडो की समस्या होने लगती है.
पेट मई किडो की समस्या बडो और बाकचो किसी को भी हो सकती है. लेकिन इसकी समस्या ज़्यादातर बाकचो मई देखी जाती है. पेट मई कीड़े हो जाने से बाकचो के शारारिक और मानसिक विकास पर काफ़ी प्रभाव पढ़ता है. इसके होने पर कई तरह की समस्या जैसे थकान, चिड़चिड़ापन, शारारिक दुर्बलता और इसके अलावा चेहरे और शरीर की त्वचा पर सफेद धब्बे आदि लक्षण दिखाई देते है.
जिन लोगो का प्रतिरोधक तंतरा कमजोर होता है उनके पेट मई कीड़े बहुत जड़ी हो जाते है. उनका शरीर इन्न किडो से लड़ नही पता है. यह कीड़े अपनी संख्या मई व्राद्धि कर हमारे शरीर को नुकसान पहुचते जाते है.
लेकिन आपको ज़्यादा परेशन होने की ज़रूरत नही है. घरेलू उपचारो को अपनाकर भी इश्स समस्या से निजाद पा सकते है. तो आइए जानते है
पेट मई कीड़े होने के लक्षण:-
आपके गुप्त अंग मई खुजली होती है क्योकि किडो के अंडे यहा से बाहर आते है और खुजली का कारण बनते है. इसलिए यह भी एक लक्षण हो सकता है.
इसके अतिरिक्त अन्या लक्षण है थकान, नींद ना आना, भूख ना लगना, वजन का गिरना, जी मचलना, उल्टिया, सोखता पेट, मुलायम चिकना माल, पेट दर्द, दस्त आदि.
इसके अतिरिक्त अन्या लक्षण है थकान, नींद ना आना, भूख ना लगना, वजन का गिरना, जी मचलना, उल्टिया, सोखता पेट, मुलायम चिकना माल, पेट दर्द, दस्त आदि.