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चिकन पॉक्स (चेचक) से बचाव के घरलू उपाए...

चिकन पॉक्स- चेचक : चिकन पॉक्स एक फैलने वाली बीमारी है, जिसके पैदा होने का कारण  वैरीसेला जोस्टर नामक वायरस होता है, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से हवा, थूक, म्यूकस या किसी प्रभावित व्यक्ति के फोड़े फुंसियों से निकले द्रव्य से फ़ैल सकता है, संक्रमण वाला यह समय रैशेस  होने के 2 से 3 दिन पहले शुरू हो जाता है और तब तक चलता है, जब तक फोड़े फुंसियों के अंश सूखकर गिर ना जाएं। चिकन पॉक्स  एक सामान्य संक्रमण है जो स्वस्थ बच्चों और व्यस्कों के लिए ज़्यादा घातक नहीं होता।  कभी कभी यह काफी दर्दनाक भी हो जाता है तथा इसके साथ बुखार और सिरदर्द की समस्या भी होती है।
चिकन पॉक्स (चेचक) के वायरस से संक्रमित होने के 15 से 20 दिनों के बाद आपके सारे शरीर पर खुजली के साथ लाल दाग और फोड़े फुंसी हो जाते हैं। चिकन पॉक्स के लक्षण, छोटी माता बीमारी के अन्य लक्षण हैं बुखार, थकान, भूख ना लगना और मांसपेशियों में दर्द रहना। यह एक सामान्य बीमारी है जो नवजात बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा कमज़ोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को अपना शिकार बनाती है। इस बीमारी से बचने का एक सामान्य टीका है, जिसे ज़्यादातर लोगों को दिया जाता है।
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