मुंह के छाले (muh ke chhale) काफी दर्दनाक और खुले भाग में होते हैं तथा इनका रंग सफ़ेद होता है। इनके चारों तरफ लाल बॉर्डर (border) होता है और ये गाल के अंदर, जीभ के नीचे, मुंह की सतह पर और होंठों पर निकलता है। इनके पैदा होने के कई कारण हैं जैसे कब्ज़, हार्मोनल परिवर्तन (hormonal changes) आदि। मुंह के छाले गम्भीर नहीं होते और 7 से 10 दिन में ठीक हो जाते हैं। नीचे मुंह के छाले का कारण, मुंह के छालों के कुछ कारण बताये गए हैं।
- गलती से गाल काट लेना
- विटामिन बी कॉम्प्लेक्स (Vitamin B complex) की कमी
- आयरन (iron)
- किसी ख़ास प्रकार के भोजन का सेवन
- आनुवांशिक कारक
- ज़्यादा बदहज़मी हो जाना
- तनाव
- विटामिन सी
- पोषक पदार्थों की कमी।
Honey
शहद एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक (antiseptic) का काम करता है और इसमें प्राकृतिक ह्युमेक्टैंट्स (humectants) भी होते हैं। यह आपको शरीर में पानी की कमी और घाव के दाग से बचाता है और त्वचा में नमी का संचार करने में भी काफी मदद करता है। यह नयी कोशिकाओं के तेज़ी से विकास में भी शरीर की सहायता करता है। शहद में एंटी माइक्रोबियल (anti-microbial) गुण होते हैं और इस गुण की वजह से मुंह के छाले (muh ke chale) काफी तेज़ी से ठीक होते हैं। थोड़ा सा ताज़ा शहद लें और इसकी थोड़ी सी मात्रा का प्रयोग अपने मुंह के छालों पर करें। वैकल्पिक तौर पर शहद के साथ हल्दी का मिश्रण करके एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट का प्रयोग प्रभावित भाग पर करें और कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर आप इसे गलती से निगल भी लेते हैं तो भी यह नुकसान नहीं करेगा, क्योंकि ये हर्बल (herbal) उत्पाद होता है और स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।