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बिकनी लाइन हेयर रिमूवल से जुड़े मिथक के बारे में जानें...



बिकनी लाइन के तरफ के बाल साफ करने से डरती हैं तो उनसे जुड़े मिथों के बारे में इस स्लाइडशो में जानें।

बिकनी लाइन

रेजर, लेज़र ट्रीटमेंट, टफ एंगल, संवेदनशील त्वचा… वगैरह-वगैरह। बिकनी लाइन के बालों के साथ ये तमाम बातें जुड़ी हुई हैं। कुछ महिलाओं को लगता है कि यहां रेजर नहीं करना चाहिए तो कुछ महिलाएं बिकनी लाइन त्वचा को अतिरिक्त संवदेनशील बताती हैं। यही कारण है कि बिकनी लाइन से बालों को निकालने के लिए बेहद सतर्क रहती हैं। कुछ प्लक पर भरोसा करती हैं तो कुछ वैक्स पर। बावजूद इसके त्वचा के साफ्ट और स्मूद रहने की गारंटी कोई नहीं दे पाता। वास्तव में सौंदर्य विशेषज्ञों का मानना है कि बिकनी लाइन के बालों को निकालने से कई किस्म के मिथ जुड़े हैं। इस लेख में हम इन्हीं सत्य को जानेंगे और मिथ पर से पर्दा उठाएंगे।
मिथ - बिकनी लाइन से बालों को निकालने के बाद बाल ज्याद मोटे और रफ आते हैं।
 मिथ – बिकनी लाइन से बालों को निकालने के बाद बाल ज्याद मोटे और रफ आते हैं।
यूं तो यह मिथ पूरे शरीर के बालों को साथ जुड़े हुए हैं कि शेव करने के बाद बाल ज्यादा रफ और मोटे हो जाते हैं। विशेषज्ञों स्पष्ट शब्दों में कहते हैं कि आप चाहें शेव करें या कुछ और। बालों के निकलने का छेद उतना ही रहेगा जितना उसका है। उसका डायमीटर कभी नहीं बदलता। अतः इस भ्रम से बाहर आएं कि बाल ज्यादा मोटे हो जाएं। यही बात बिकनी लाइन पर भी लागू होती है। आप चाहें वहां शेव करें या न करें बालों का डायमीटर उतना ही रहेगा, जितना कि मौजूदा समय में है। हालांकि यह सच है कि शेव के बाद बालों का अंतिम सिरा तुलनात्मक रूप से ज्यादा रूखा हो जाता है। लेकिन बालों के मोटापे का आकार नहीं बदलता। बिकनी लाइन में शेविंग के बाद महिलाओं को चाहिए कि वे क्लीन्ज़र का इस्तेमाल करें। मोएस्चराइजर लगाएं ताकि त्वचा साफ्ट, मुलायम रहे। किसी भी हार्श साबुन का इस्तेामल न करें।
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