
बहुत से रोजाना घर साफ़ पदार्थ उपयोग करने वाले जैसे की एयर फ्रेशनर (air fresheners), कुकवेयर (cookware) पदार्थ, इन सब में कार्सिनोजेन (carcinogens) जैसे फोर्मल्देह्यदे (formaldehyde), मेथ्लेने क्लोराइड (methylene chloride), नित्रोबेंज़ेने (nitrobenzene) और नेफ़थलीन (naphthalene) है। इनमे विषाक्त पदार्थ और हॉर्मोन को असंतुलित करने वाले पदार्थ भी होते है। यह सब स्वास्थय के लिए हानिकारक है और कैंसर का कारण है। नीचे दिए गए पदार्थो से बचे क्यूंकि इनके कारण कैंसर बनता है।
- कैंसर से बचाव के तरीके – कुकवेयर (Cookware) – हम हमारे घर में ज्यादातर खाना कुकवेयर पदार्थ जैसे तवे और कड़ाई में बनाते है । इन सभी पदार्थो में नॉन स्टिक कोटिंग (nonstick coating) जैसे टेफ़लोन (Teflon) होता है। नॉन स्टिककोटेड पदार्थ में कैंसर उत्पन्न करने वाले केमिकल होते है और यह केमिकल खाना बनते समय खाने में मिल जाते है। इसलिए कोई भी नॉन स्टिक पदार्थो का प्रयोग ना करें जिन्मे आपको 300 डिग्री की आंच में खाना पकाना हो। और इनका प्रयोग बंद कर दें जब इनकी कोटिंग उतरने लगें। कैंसर के उपाय, इनसे अच्छा लाभ ग्लास, सिरेमिक, ताम्बा (copper) और आयरन के पदार्थ उपयोग करने में है।
कैसे बचे कैंसर से – क्रत्रिम मोमबत्ती (Artificial candles) – पैराफिन (paraffin) मोमबत्ती से दूर रहे इनमे क्रत्रिम पदार्थ होते है। इनसे अच्छा आप मधुमोम (beeswax) सहित कॉटन बाती का उपयोग करें। ज्यादातर मोम विषाक्त है। खुशबूदार मोम की बाती में लैड वायरिंग होती है, जो की एक केमिकल है जो जलने पर बहार निकलता है। इस केमिकल से स्वास्थ्य सम्बंधित बीमारियाँ हो सकती है जैसे हार्मोनल असंतुलन और अन्य शाररीक विकार। ज्यादातर मोमबत्ती पैराफिन मोम से बनती है, जो जलने पर खतरनाक केमिकल जैसे बेंज़ीन (benzene) और तौलीन (toluene) जैसे पदार्थ फैलाती है। जो दोनों भी कार्सिनोजेनिक (carcinogenic) है। और यह केमिकल हवा में फैलकर हमारे फेफड़ों को नुक्सान पहुँचाती है।