अरुण पटेल की नाक अपनी सही जगह नहीं थी. किसी कारण उसकी नाक सिर पर निकल आई थी. 12 साल की उम्र तक उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. उसे सांस लेने में काफ़ी तकलीफ़ होती थी.
उज्जैन के रहने वाले अरुण के माता-पिता ने कई डॉक्टर्स को दिखाया. लेकिन इस तकलीफ़ का इलाज उन्हें उस शहर में नहीं मिला.
अरुण के माता-पिता से उसकी ये तकलीफ़ देखी नहीं जा रही थी. उन्होंने इसके इलाज के लिए इंदौर का रुख किया, जहां उनकी मुलाकात डॉक्टर अश्वनी दास और उनकी टीम से हुई.